राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
आरएसएस |
संघ के संस्थापक डॉ॰ केशवराम बलिराम हेडगेवार
संस्थापना
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 27 सितंबर सन् १९२५ में विजयादशमी के दिन डॉ॰ केशव हेडगेवार द्वारा की गयी थी।
सबसे पहले ५० वर्ष बाद १९७५ में जब आपातकाल की घोषणा हुई तो तत्कालीन जनसंघ पर भी संघ के साथ प्रतिबंध लगा दिया गया। आपातकाल हटने के बाद जनसंघ का विलय जनता पार्टी में हुआ और केन्द्र में मोरारजी देसाई के प्रधानमन्त्रित्व में मिलीजुली सरकार बनी। १९७५ के बाद से धीरे-धीरे इस संगठन का राजनैतिक महत्व बढ़ता गया और इसकी परिणति भाजपा जैसे राजनैतिक दल के रूप में हुई जिसे आमतौर पर संघ की राजनैतिक शाखा के रूप में देखा जाता है। संघ की स्थापना के ७५ वर्ष बाद सन् २००० में प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एन०डी०ए० की मिलीजुली सरकार भारत की केन्द्रीय सत्ता पर आसीकार्य
सामाजिक सेवा और सुधार
हिन्दू धर्म में सामाजिक समानता के लिये संघ ने दलितों व पिछड़े वर्गों को मन्दिर में पुजारी पद के प्रशिक्षण का पक्ष लिया है। उनके अनुसार सामाजिक वर्गीकरण ही हिन्दू मूल्यों के हनन का कारण है।
महात्मा गांधी ने १९३४ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शिविर की यात्रा के दौरान वहाँ पूर्ण अनुशासन देखा और छुआछूत की अनुपस्थिति पायी। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से पूछताछ की और जाना कि वहाँ लोग एक साथ रह रहे हैं तथा एक साथ भोजन कर रहे हैं।
राहत और पुनर्वास
सुनामी के उपरान्त सहायता कार्य में जुटे स्वयंसेवक
राहत और पुर्नवास संघ कि पुरानी परंपरा रही है। संघ ने १९७१ के उड़ीसा चक्रवात और १९७७ के आंध्र प्रदेश चक्रवात में रहत कार्यों में महती भूमिका निभाई है।
संघ से जुडी सेवा भारती ने जम्मू कश्मीर से आतंकवाद से परेशान ५७ अनाथ बच्चों को गोद लिया हे जिनमे ३८ मुस्लिम और १९ हिंदू है।
उपलब्धियाँ
संघ की उपस्थिति भारतीय समाज के हर क्षेत्र में महसूस की जा सकती है जिसकी शुरुआत सन १९२५ से होती है। उदाहरण के तौर पर सन १९६२ के भारत-चीन युद्ध में प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू संघ की भूमिका से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने संघ को सन १९६३ के गणतंत्र दिवस की परेड में सम्मिलित होने का निमन्त्रण दिया। केवल दो दिनों की पूर्व सूचना पर तीन हजार से भी ज्यादा स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में वहाँ उपस्थित हो गये।
आख़िर संघ से जुड़ना क्यों नहीं चाहिये ?
क्या संघ का अखंड भारत वर्ष का सपना देखना या उसे पूरा करना क्या अभिशाप बनगया |
: इतिहास की बात करे तो सयुक्त राष्ट्र अमेरिका , यूनाइटेड किंगडम ,USSR और यूनाइटेड अरब एमिरेट्स
सभी अपने देश को अखंड बनाया
आख़िर क्यों संघ भारत को अखंड राष्ट्र बनाने का सपना नहीं देख सकता ???
अगर संघ का सपना गलत हे तो ये सभी देश भी गलत है |
अगर संगठन के साथ जुड़ना अपराध है तो हम ऐसे संगठन से जरूर जुड़ेंगे |
क्या संघ का अखंड भारत वर्ष का सपना देखना या उसे पूरा करना क्या अभिशाप बनगया |
: इतिहास की बात करे तो सयुक्त राष्ट्र अमेरिका , यूनाइटेड किंगडम ,USSR और यूनाइटेड अरब एमिरेट्स
सभी अपने देश को अखंड बनाया
आख़िर क्यों संघ भारत को अखंड राष्ट्र बनाने का सपना नहीं देख सकता ???
अगर संघ का सपना गलत हे तो ये सभी देश भी गलत है |
अगर संगठन के साथ जुड़ना अपराध है तो हम ऐसे संगठन से जरूर जुड़ेंगे |
जय हिन्द
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